लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥ मैना मातु की ह्वै दुलारी । बाम अं�
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥ मैना मातु की ह्वै दुलारी । बाम अं�